शुक्रवार, 24 सितंबर 2010

रुको यारो जरा सोचो दुनिया में अशांति क्यों ?

जरा सोचो आज अशांति क्यों है ? शांति के दावेदार , ठेकेदार तथा कथित महजबी ,रिलिजन ख्लोफ़ वादी इनका मतान्तरण में विस्वास इस अशांति का कारन नहीं है ? जहा तक मेरी सोच है इसका कारन केवल ये है मत परिवर्तन में विस्वास , इस्लामिक लोग सोचते है की बल पूर्वक सब को मुसलमान बना लेने पर शांति होगी .लेकिन वे ये बात नहीं देखते की जहा सभी मुस्लिम है वही पर हत्या बलात्कार लूट सबसे ज्यादा किसलिए है ? ईसाई सोचते है सेवा के नाम पर लोगो का मत परिवर्तन करलेने से दुनिया में शांति आएगी लेकिन सभी पश्चिमी देशो में आशांति है मानव का मानव से सम्बन्ध नहीं है माता का बेटी से बाप का पुत्र से नहीं तो बतावो शांति केसे आयेगी ?
शांति का बस एक ही उपाय है वो उपाय है ये दोनों मजहब दुसरे विचारो का सम्मान करना सीखे , दुसरे विचारो को शेतान का विचार कह कर गली देना बन करे तथा जो सनातन परंपरा साडी दुनिया में है उसको नीचा दिखाना बंद करे ।
जरा इन लोगो सोचना चाहिए की अफगानिस्तान ,पाकिस्तान .सोमालिया ,बंगलादेश तमाम देश इरान ईराक सीरिया तमाम देश अपनी परम्परा संस्कृति विचारो से दोईर होगये नष्ट होगये आज भी नष्ट होते जा रहे है
अगर अब भी नहीं चेते तो ये सभी नष्ट हो जायेगे ।

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