शनिवार, 25 सितंबर 2010

क्या श्री राम केवल भारत के ?

क्या श्री राम केवल भारत के है ?



राम अयोध्या के है , राम भारत के है ,भारत में गंगा जमुनी तःबीज , आज कल ये शब्द बहुत बार तथा कथित स्वयं को पत्रकार ,विचारक ,लेखक मानने वालो द्वारा लिखा जाता है , कहा जाता है । अपनी ज्ञान गंदगी दिखने के नशे में भूल जाते है है की श्री राम को अपना आराध्य मानने वाले लोग दुनिया के सभी देशे में रहते है , श्री राम के लिए उनका तन, मन , धन सब अर्पण है । लेकिन इन स्वार्थी कुर्सी लोभी लोगो की बाते सुन कर मन को कष्ट भी होता है । इनकी स्वार्थी और क्षुद्र सोच पढ़ कर हसीं भी आती है .कहने वालो में पत्रकार ही नहीं वो कथा व्यवासी भी है जो जगह जगह श्री राम कथा कहकर अपना पेट पालते है ।


गंगा जमुनी तहबीज की बात कर अपनी कुर्सी बचने वाले , कुर्सी के लिए अपने बेटे ,बेटियों की शादी कररने वाले लोगो से भी हम प्रवासी पूछना चाहते है क्या गंगा या जमुना इसमें से कौन सी नदी अरब से आई कौन सी नदी भारत की है ?


इस भोगोलिक सत्य को सभी जानते है दोनों नदिया भारत की है भारत में ही बहती है भारतीय जन मानस इनको अपनी माता कहा कर पूजता है । जहा तक अरेबिया संस्कृति की बात है उनलोगों ने केवल यही कोशिश किए की इन नदियों में पवित्र जल की जगह खून बहे , और बहाया भी । आज भी ये नदिया दर्द में है इनके किनारों पर जो पूजा स्थल थे उनको मुस्लिम लुटेरो ने लुटा तोरा , आज भी ये नदिया उसको नहीं भूली है । सवाल है उन तथा कथित एतिहासिक मूर्ख विद्वानों से क्या जिनको वो खुश कर अपनी कुर्सी , धन , को प्राप्त करना चाहते है क्या वे लोग इन नदियों को अपनी माता कह कर पूजने की हिम्मत रखते है ? हम सभी प्रवासी भारतीयों को ये शब्द स्वीकार होगे अगर अरेबियन संस्कृति मजहब को मानने वाले भी अपने यहाँ विवाह के अवसरों पर गंगा पूजा करे यमुना पूजा करे भारत माता को माता माने । लेकिन ये सब नहीं करेगे इसलिए की ये मानसिक गुलामी में बंद है । लेकिन ये था कथित विद्वान भी नहीं समझे गे ये लोग भी अपने स्वार्थ की गुलामी में जकरे है । लेकिन वो दिन दूर नहीं है सनातन धर्म उन तमाम को मजहबो , रिलिजन को उनकी सचाई बता कर उनको मानवता विरोधी कार्यो से दूर कर सत्य का रास्ता दिखायेगा । दुनिया अब नहीं सहेगी जेहादी आतंकवाद , आर्थिक आतंकवाद । दुनिया अब अपने सत्य के बल अहिंसा के हथियार से इनका जबाब देगी ।
भारत की अहिंसक जनता से एक अनुरोध है बिना डरे बिना स्वार्थ में गिरे एक बार पुरे जोर से जय श्री राम का उदघोष करे ये तमाम नक्सल वादी ,जेहादी, सेवा के नाम पर मतान्तरण करने वालो के द्वारा जो अत्याचार हो रहा है सब बंद हो जायेगा ये भाग जायेगे जहा से ये आये है आज बस इतन ही ।


जय श्री राम

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