बुधवार, 2 फ़रवरी 2011

'कुंभ पर्व से मिलेगी सुख व शांति'


'कुंभ पर्व से मिलेगी सुख व शांति'
पारामारिबो। सूरीनाम में आयोजित “सूर्य कुंभ पर्व” के एक कार्यक्रम में देश के लोक निर्माण मंत्री श्री रामवन अब्राहम ने कहा- “यह पर्व देश में सुख, शांति, समता और संस्कार का निर्माण करेगी। मुझे विश्वास है कि देश की शुख शांति के लिए कुंभ मेले में होने वाली प्रार्थना परमेश्वर स्वीकार करेंगे।”विदित हो कि देश की राजधानी परामारिबो स्थित सूरीनाम नदी के गोवर्धन घाट पर इस मेले का आयोजन किया गया है। मकर संक्रांति से शुरू होकर 18 फरवरी तक चलने वाले इस मेले का उद्घाटन सूरीनाम के राष्ट्रपति देसी बोतरस ने 15 जनवरी को किया था। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भारतीय संत स्वामी ब्रह्म वैरागी जी महाराज ने कहा कि भगवान राम ने पूरे जीवन भर समाज को जोड़ने का ही कार्य किया। आज यही कार्य सूर्य कुंभ के द्वारा हो रहा है। स्वामी जी कुंभ परिसर में राम कथा भी कर रहे हैं। उनका कहना है कि सनातन धर्म के प्रचार-प्रसार के लिए राम कथा से बड़ा कोई साधन नहीं है। कार्यक्रम में नीदरलैंड सनातन धर्म सभा के अध्यक्ष आचार्य शंकर ने मकर संक्रांति के महत्व पर प्रकाश डाला। त्रिनिदाद से आई हुईं सुश्री अनंदा ने विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अशोक सिंहल के संदेश का वाचन किया। “सूर्य कुंभ पर्व आयोजन समिति” के अध्यक्ष महेंद्र प्रसाद रूदी रामधनी ने दूरभाष पर "विश्व हिंदू वॉयस" को बताया कि मकर संक्रांति के दिन लाखों श्रद्धालु कुंभ परिसर में सुबह 5 बजे से ही स्नान के लिए पहुंचने लगे थे जो रात 7 बजे तक जारी रहा। उन्होंने बताया कि स्नान के बाद आचार्य शंकर ने रूद्र-अभिषेक कराया। इसमें श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बनता था।

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