शनिवार, 21 अगस्त 2010

बाहरी विचार धारा या लुटेरे और भारत की समस्याए

आज भारत समस्याओ से घिरा दिखाई परता है लेकिन इन सारी समस्यायों की जड़ क्या है ? आईये हम सभी विचार करे ।
समस्याए
१ कश्मीर जो एक स्वर्ग था आज नरक बन गया इसका कारन भारत सरकार की कोई गलती नहीं नेहरू जा पटेल की गलती नहीं । नेहरू या पटेल ने दुसरे राज्यों में गलती नहीं की, कश्मीर में केसे गलती कर सकते है।
हा उन्होंने धारा ३७० देकर भी उन्होंने गलती नहीं की ।
एक स्वर्ग आज नरक बन गया इसका बस एक ही कारण है । वो है अरेबियन विचार धारा जो दूसरी विचार धारा को अपनी कमजोरी से सहन नहीं कर सकी और भारतीय बिचार धारा को बदनाम करना ,लोगो की ह्त्या , ओरतो के साथ बलात्कार किया एक अंतहीन अत्याचार कर लोगो को अपने मजहब में मिलाना शुरू किया ।
आज उसी अरेबियन विचार धारा का परिणाम कश्मीर है .आज कश्मीर में मुसलमान ,मुसलमान का खून करता है और कहता है जेहाद करता हूँ ।
कश्मीर स्वर्ग था जब कश्मीरियत थी आज कश्मीर नरक है इसलिए की कश्मीरियत नहीं है.
भारत में आने वाले सभी तथा कथित मजहब , रिलिजन सब लुटेरेलोगो का संघटन मात्र था जिअसने मजहब को अपने स्वार्थ केलिए दुरपयोग किया ।
यही सत्य है भारत में जब भी कोई मजहब जा रिलिजन ,विचार धारा पहुची , उसने केवल भारत के लोगो को लूटा , औओरतो के साथ बलात्कार किया । चाहे वो इस्लाम , इसाईयत जा कार्ल मार्क्स की विचार धारा हो सब के सब ने भारत को लूटा ।
भारत की समस्या भूखा मरी नहीं गरीबी नहीं बस कश्मीर से कन्या कुमारी तक बस एक ही समस्या है वो है ये बाहरी विचार धारा । अगर भारत के लोग ये लबादा फेक कर अपने पूर्वजो की विचार धारा को अपनाते है तो ही भारत को समस्यायों से मुक्त होगा .

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