देश का मुसलमान खुद को ठगा सा महसूस कर रहा है =मुलायम singha yadva
http://www.amarujala.com/national/nat-Ayodhya%20had%20enormous%20faith%20in%20the%20decision%20on%20evidence-4189.html
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कल तक मुलायम न्यायालय की बात सब को मानाने के लिए विचार देते फिरते थे । फैसलेके बाद उसी मुलायम को हमारे न्यायाधीश उनको ठग नजर आने लगे । मुलायम सच बहुत कडुवा होता है लेकिन जजों नि चीनी लगा कर कहा तब भी तुमको कडुवा लगता है यहाँ तक की जज तुमको ठग नजर आने लगे ।
कोई बात नहीं मुलायम को कुर्सी चाहिए उसके लिए मुलायम किसी को भी मित्र या शत्रु बना सकते है उनको कुर्सी चाहिए ।
लेकिन एक बात सच है जो भी हुवा सब मुलायम के नाते हुवा मुलायम ने कहा की अयोध्या में परिंदा पर नहीं मार सकता लेकिन कर सेवक सिंह की तरह दहरते हुए पंहुचा गए । अगर मुलायम ये जूनून न पैदा करते तो शयद ही विश्व हिन्दू संघ इतना सफल होता ।अगर मुलयम गोली नि चलवाता तो शयद ही ६ १२ ६ १९९२ की घटना होती , कारसेवक गोली की घटना से इतने दुखी थे की इस अपमान का बदला लेकर मुलायम को बताना चाहते थे की अगर हम को गुस्सा आया तो हम क्या करसकते है मुलायम देख लो , इस सहयोग के लिए मुलायम को बहुत सा धन्यवाद है।
मुसलमनो से अनुरोध है की मुलायम से सावधान रहे , कही मुलायम की गलती से २ ६ १९९२ की घटना कही कारसेवक दुहरा न बैठे , मुलायम के जो ब्यान ए है वो ठीक नहीं है , इस आदमी की आस्था न्यायालय में भी नहीं ही।
इसकी आस्था केवल अपनी कुर्सी में ही .
मुलायम जैसे लोग किसी के नहीं हैं...न हिन्दू के और न ही मुसलमान के. असल में ये लोग हैं---देश के कलंक.
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